Tuesday, 1 December 2009

Why should I bother about politics..?

This question is itself biggest setback for INDIAN democratic system. Is ever we think positively why we are suffering by the corruption, cast and regional politics due to poverty and poor literacy level of country.
After 62 yrs of independence, more then 65% population are bound to live with out electricity, water, road, transport in village, In last decade govt brings programme to curb this problems but still quality insurance are major hurdle cause politician and contractor nexus are very strong in country in spite that youth of country hate about political system....

Biggest problem of Indian politics, youth are not actively participating, on the day of general election govt announce the national holiday to insure maximum Vote and most of the youth age between 18-45, who could play very crucial role in making aware
about the importance of VOTING RIGHT to rural, poor and illiterate population, can help to establish healthy politics in our democracy but unfortunately they celebrate the day in front of TV or multiplex and most of poor and illiterate population those are not much aware about Indian politics insure vote to corrupt politician/criminal in greed to celebrate the day better money received from contestant in favor of votes . Bad thing is that after getting election result youth like us start chi-chat about
corrupt political system of country.

Inspite criticise corrupt political system come forward to ignite the poor people regarding manipulation of corrupt politician coz we youth cover 60% population of country. Now days most of the Western and European corporate houses seeing them as strength for investment in India because Indian youth having more purchasing power, if we are strength for western country then why not for our country to create a wave to change the Indian politician attitude, need is only to ignite yourself and surroundings. If we look our past we will find that youths can erase the rust of Indian politics same as our ancestor did against British Govt.


RATNESH MISHRA
The Youth
mob. 09891357724
www.theindianyouths.blogspots.com

Monday, 30 November 2009

Current generation want a new flavor and test for INDIAN TEA.

I think, now time is to give new flavor and test for INDIAN TEA, Since the Past Century most of the population of the country are habitual for Milk Tea or Lemon Tea only and some elite people use to take black tea to show off, without knowing positive and negative impact of tea on health. 
To bring revolution in your routine cup of tea, TEA TOWN Cafe' is coming in your city to offer you various flavor of South East Asia, Europe and South America Tea Flavor with the guideline of use and impact on health.

As INDIAN Youth becoming Global and most of the Metro cities of India is beating the growth of other Global Cities on many parameter, So it's need of time to give New Flavor for Indian Tea. With the vision of this thought Tea Town Cafe plan's different flavor of tea as per the Occasion, Time, Season, etc. like - flavor for morning, evening, afternoon, at the time with lover, after coming back from the office, before going to bed, during the winter and summer and festive season flavor should be different. Example - Holy is color festival then why not, our tea should be colorful. If on the marriage occasion we gave different style, designed and color to our cloths, decoration and food menu then why not to give different flavor for TEA, in place of Coffee.

Why we should not make a complementary flavor of tea as per changing age from Adolescent to Vanprastha Stage. Why Coffee become the Culture for Corporate's inspite knowing that the high Nicotine level effect our BP which lay down us for Heart Attack, why not Tea make as complimentary sip to stimulate the mind and relaxation for body in Offices.

Rural Indians are still habitual about milk tea only, why not they should change the tea flavor, they should, because a small changes in life give new light for next change, as we do the same by changing the Job, Bike and Car from Small to Big. Why Indian Railway still offering the Traditional Flavor of Tea why not as like sifting from Steam Engine Train to Electric Engine - Metro - Bullet train, sift to Herbal Tea in Rajdhani and Satabdi.

Come and join the movement to change the flavor of  Indian TEA.

RATNESH MISHRA
The Youth
mob. 09891357724
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TEA TOWN Cafe' - Place to stimulate mind and body It offer the new flavour of tea on the basis of ocassion,season,time and environment.

Tuesday, 10 November 2009

बढती महंगाई बनी जी का जंजाल, क्या कर रहे है हमारी सरकार के युवराज ? भावी प्रधानमंत्री

किसी ब्यक्ति विशेष का नाम न लेते हुए, मैं हमारी सरकार के युवराज का ध्यान बढ़ती महंगाई के कारणों और आम जनता की परेशानियों की ओर आकर्षित करना चाहूँगा और आगे बढ़ने से पहले मै कुछ प्रश्न पूछना चाहूँगा की, क्या जनता का जनादेश सरकार को इसलिए था की महंगाई को और बढ़ावा मिले या उसपे नियंत्रण ? क्या सरकार ये सोच रखती हैं की छठवा वेतन का लागू होना सारी जनता के लिए महंगाई से लड़ने का उपाय है ? यदि ऐसा है तो ये सरकार का भ्रम है , क्योंकि न ही सारी जनता सरकारी नौकरी करता है और न ही हर एक परिवार में एक सदस्य सरकारी सेवक है और यदि सरकार इस भ्रम में है की निजी सेक्टर में नौकरी कर रहे लोगो का मोटा वेतन महंगाई से लड़ने में सक्षम है , तो ये भी एक भ्रम है सरकार का , क्यों की उन्हे तो एक सिमित वेतन में ही सब कुछ करना होता है उनको एक तरफ़ आधुनीक जीवन स्तर , महेंगी शिक्षा तो दूसरी तरफ़ महंगाई को झेलना पड़ रहा है । बेहतर तो ये होगा की हमारे युवराज एक दिन रोजमर्रा के उपयोग की वस्तु खरीदने के लिए बाजार में जाए और बाजार की सच्चाई को एक मध्यम वर्गीय परिवार के व्यक्ति को रख कर विश्लेषण करे की , क्या इस सच्चाई पर चुप रहना उचित है ? क्या हम केवल इस लिए चुप है की कंही हमारी सरकार गिर जाएँगी या इस लिए की महंगाई झेल रहे लोगो का नेत्रित्व्व करने वाला कोई नही है । अफ़सोस तो इस बात का है की हमे आजाद हुए साथ साल से ज्यादा हो चुके है फिर भी जो गरीब है उनमे जानकारी का आभाव है और जो पढ़े लिखे लोग है उनमे सरकार और भर्स्ट नेताओ का अत्याचार झेलन का साहस नही है । तो प्रश्न यह उठता है की क्या हमारी सरकार व पार्टी में उपस्थित युवा पीढी के नेता भी इसी श्रेधि में है यदि ये सच है तो उनको निर्वहन कर रहे जिमेदारियो से इस्तीफा दे देना चाहिए , क्यो की जो आम जनता की आवाज को सदन तक नही पहुँचा सकता उसे पुनः जनता के भीच में जाने का कोई अधिकार नही है । आज की स्थिति को देखकर तो यही लगता है की ब्रिटिश हुकूमत और आज की सरकारों के कार्य करने की पद्धति में कोई ख़ास अन्तर नही है जब जनता की आवाज अपने फायदे के सामने दबा दी जाती थी । मुझे लगता है की महंगाई का मुख्य कारण क्षेत्रीय पार्टी के मुखियाओं के हाथ में जनता व किसानो के हीत से जुड़े विभागों का होना है , इस लिए the youth की तरफ़ से मै युवराज का ध्यान आकर्षित करना चाहूँगा की इस पर विचार करें और जनता के हित से जुड़े विभागों को इनके हाथो से वापस ले क्योंकि इन क्षेत्रीय पार्टी के मुखिया अपने वफादारों को न चाहते हुए भी नाराज नही कर पाते , इसकी वजह से बिचौलिओं की संख्या बढ़ती है, जिससे महंगाई तीब्र गति से बढती है , जिसका कोपभाजन किशानो और जनता को होना पड़ता है । मै मानता हूँ की महंगाई के कई कारण है पर उनमे से एक कारण ये भी है जिससे इंकार नही किया जा सकता और महंगाई का एक दूसरा कारण भ्रष्टाचार है जिससे हमारा पुरा तंत्र बुरी तरह से ग्रस्त है, जिससे छुटकारा पाना तो इतना आसन नही है पर बिचालिओं से यदि छुटकारा मिल जाए तो कुछ हद तक महंगाई कंट्रोल की जा सकती है ।

अभी हाल में ही हमारे युवराज ने राष्ट्रिय स्तर पर प्रतिभा खोज आयोजित करवाया जिसके माध्यम से देश के युवाओ को राजनीत में आगे आने के लिए प्ररित किया । तो प्रश्न इस बात का है की क्या ये badati महंगाई और भ्रष्टाचार पे लगाम दे पाएंगे या अपने गुरुओ की परम्परा को ही अपनाएंगे ? क्या ये नवजवान अपने आपको भ्रष्टाचार के इस जंगल से दूर रख पाएंगे या नही ? मुझे लगता है की भावी प्रधानमंत्री जी, यदि की इस नए टीम को ईमानदारी की ट्युटोरियल क्लास भी दे तो अच्छा होगा और इस तरह की प्रतिभा खोज के दौरान मनोवैज्ञानिक परिक्ष्हन जरुर करवाए जिससे की सही दिशा में उनके सोच को पहचाना जा सके और हम ये जान पाए की, क्या वे देश को २०२० तक विकशित देश की श्रेंदी में देखना चाहते है की नही ? आज आपके नेतृत्व व अटूट विश्वास में देश के युवा आगे बढ़ने को तैयार है तो उनके विश्वास को और मजबूत करने के लिए आपको इन आम जनता से जुड़े समस्याओ को खत्म कर उनके इरादों को और मजबूत करना होगा और श्री राजीव गाँधी जी के क्रातिकारी सपनो को गाँव - गाँव तक पहुचाते हुए हुए सम्पूर्ण विकाश जैसे पानी, बीजिली , खाद्य आपूर्ति , सड़क, रोजगार , शिक्षा , समानता , स्त्रिसस्तीकरण व अपराधमुक्त समाज का निर्माण करते हुए देश को रक्षा ,विज्ञान , व सूचना प्र्द्योगिग्की के शेत्र में प्रथम स्थान पर पहुचाना है और गाँधी जी व कलम जी के सपनो को साकार कर देश को 2o2o तक विकशित देश बनाना है और यह तभी संभव है जब हम पंचायतीराज व्यवस्था को और मजबूत करे व पंचायत स्तर पर योजनाओ का क्रियान्वयन भ्रष्टाचार मुक्त हो पाए , खासकर पंचायत स्तर पर युवाओ के मार्गदर्शन के करियर मार्गदर्शन केन्द्र जरुर स्थापित कराये । हमें यह विश्वास है की आपके नेतृत्व में देश विकशित देश का दर्जा प्राप्त करेगा ।


RATNESH MISHRA
The Youth
mob. 09891357724
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Saturday, 7 November 2009

IGNITE THE RURAL INDIAN YOUTH

As I think that government focus should be on empowerment of Rural Youth and Women because by the influence of Western Culture they have been confused, they are not able to decide what they should do, what not. They dreamed big but they are not able to evaluate himself – which Profession, Carrier path are suitable for them and unfortunately in some cases parents are also not able to guide them, In lack of knowledge and information some time they misguide by the friends and surroundings due to that they choose wrong path and after facing failure in frustration, they become addict of drugs and in some cases they join criminals or terrorist.
In this scenario need arises to setup some Career Counseling Centers at PANCHAYAT Level to guide them in choosing right path by holding Psychological Test – in relation of Skill, Interest, Personality, Creativity etc.
also Motivate them not only focusing on government jobs but also for taking challenge to generate jobs for rural India by developing Entrepreneurial Attitude.

As now most of the Indian business family focusing on Rural India by generating job and establishing local center in small city so no need to move toward metropolitan city because its creating demographic imbalance in society, therefore in spite moving and settling down in big city better to search best opportunity in his home town and use your creativity and knowledge for Rural people by helping them to find bread and butter for them and his family.