आज 31 दिसंबर 2023 कार्यकारी संवैधानिक दैनिक दिनचर्या वर्ष का अंतिम दिन है हममें से बहुत सारे लोग आज की रात धूम धड़ाका करने की तैयारी में हैं अच्छी बात है जीवन के हर पल को खुशियों के साथ व्यतीत करना चाहिए।
श्रीमद भगवतगीता में भगवान श्री कृष्ण जी भी यही कहते है दुःख हो या किसी बात की निराशा या हो असफलता या किसी भी प्रकार के हानि से तनाव, हमेशा खुश रहना चाहिए क्यों कि अच्छा बुरा सब कुछ श्री कृष्ण की इच्छा है।
लेकिन आज 31 दिसंबर के दिन नए वर्ष के स्वागत के साथ बीते दिनों का चिंतन - आत्म समीक्षा भी होना चाहिए की हमारा जाने वाला वर्ष कैसा रहा ? क्या गलतियां हुई हमसे, किसी भी कार्य को पुर्ण करने में कहा कमियां रह गईं ? क्या उपलब्धियां हासिल किया, दूसरो के जीवन उत्थान के लिए क्या करना चाहिए था कितना कर पाए, क्या बाकी रह गया, व्यक्तिगत जीवन में क्या नया सीखा और क्या सिखाना रह गया ? हम अपने विचारो और कार्य व्यवहार से कितने लोगो सकारात्मक तरीके से प्रभावित कर पाए और कल की सुबह से शुरू होने वाले नए वर्ष 2024 में हमें क्या करना है ?
हममें से बहुत लोगो को 2023 में ऐतिहासिक स्मृतियां और उपलब्धियां मिली होगी तो कुछ को बहुत निराशा, अपमान, पीड़ा व नुकसान भी झेलना पड़ा होगा। बहुत से लोग सुख के सागर में गोते लगाए होंगे तो कई लोगों ने दु:खों के तूफान भी झेले होंगे। कभी बसंत तो कभी पतझड़ यही जीवन का मर्म है जिसमे कितने ऐसे बदनसीब भी होंगे जिनके लिए 2023 का अंतिम महीना कड़ाके की ठंड में ठिटूरन में गुजर रहा होगा जो अपने परिवारों के साथ रोते बिलखते आज की रात व्यतीत कर रहे होंगे। बहुत से बच्चो ने 2023 में ही भारत की धारा पर जन्म लिया होंगा जिनको कुछ पता ही नही चला होगा की उन्होंने इस धरा पर एक वर्ष व्यतीत कर लिया। वर्ष 2023 का 365 दिन कुछ लोगो के लिए सुरम्य-घाटियों से होकर गुजरा होगा तो कुछ लोगो का ऊबड़-खाबड़ दुर्गम रास्तों से भी गुजारा होगा, पूरे वर्ष सुखद संभावनाओं के साथ दु:खद परिस्थितियों का भी सामना करना पड़ा।
इस लिए यदि आज के दिन हम धूम धड़ाका करने के बजाय अपने बीते 364 दिन की समीक्षा करें तो शायद हम बीते दिनों से बहुत कुछ सीखकर आने वाले नए वर्ष को बहुत सुखमय और उपलब्धियों से भरा बना सकेंगे।
इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपने सम्पर्क में रहे लोगो से बीते 364 दिनों में हुए किसी भी प्रकार की गलत व्यवहार, अपशब्द और अपमान के लिए क्षमा मांगता हूं जिससे किसी की आत्मा को ठेस पहुंचा हो या दुःख महसूस हुआ हो।
इसी के साथ बीते वर्ष 2023 को नमस्कार
और आगामी नववर्ष 2024 की आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं यह नववर्ष भारत धारा पर राम राज्य की स्थापना का वर्ष बने भारत प्रत्येक नागरिक राष्ट्र की अस्मिता और गरिमा को स्वर्णिम बनाने के लिए हर संभव प्रयास करे और प्रत्येक परिवार खुशियों के साथ जीवन यापन करे।।
जय श्री राम 💐💐🙏
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