अक्सर हम लोगो को हिन्दुधर्म के अस्तित्व को लेकर चर्चा करते सुना व बहस करते देखा, खास तौर पर विपक्षी राजनीतिक पार्टी के नेताओ व समर्थको के द्वारा, कुछ लोग कहते है कि हिन्दु कोई धर्म ही नही है जो लोग ऐसा कहते मै ऐसे लोगो को हृदय से धन्यवाद देता हूँ कम से कम इसी वजह से सनातन धर्म पर लोग चर्चा तो शुरु किए और जो ऐसा कहते है वो बिल्कुल सही बोल रहे है हिन्दुधर्म तो केवल एक जीवन शैली है और अपने मूल सनातन धर्म का एक परिष्कृत रूप है जो पूरे भारतवर्ष ( हिन्द महासागर ) के परिक्षेत्र मे फैला था ना कि केवल भारत या हिन्दुस्तान की सीमा तक ही सीमित था बल्कि लगभग पुरे एशियाई परिक्षेत्र तक सनातन धर्म वृहदता लिए हुए था जिसे विदेशी आक्रान्ताओ ने नया नाम हिन्दुधर्म दे दिया जिससे की सनातन धर्म का अस्तित्व और वास्तविक पहचान धीरे धीरे समाप्त हो जाए और संभवतः यह नाम इस परिक्षेत्र मे रहने वाले लोगो के जीवन शैली के आधार पर तय हुआ होगा लेकिन जो जीवन शैली इस परिक्षेत्र के लोगो का है वह पूर्णतः सनातन धर्म यानि वैदिक ज्ञान पर आधारित है जो एक प्रकार से प्राकृतिक वैज्ञानिक जीवन पद्धति है।
मुझे लगता है सनातन धर्म को हिन्दुधर्म का नाम मुगल शासन के दौरान एक राजनीतिक कुचक्र के तहत प्रचारित प्रसारित किया गया और जैसे जैसे मुस्लिम आक्रंताओ ने हिन्द महासागर के परिक्षेत्र पर अपना कब्जा कर सनातन धर्म मानने वालो की संख्या कम करते गए वैसे वैसे सनातन धर्म मानने वाले लोग एक निश्चित सीमा मे ही सीमित हो गये तब यह धर्म केवल हिन्दुधर्म बनकर रह गया जो कि वास्तविक सनातन धर्म का ही एक जीवन शैली है।
वैसे भी मुगलो का यह उद्देश्य ही था कि सनातन धर्म को समाप्त कर दिया जाए जिसे उन्होने हिन्दुधर्म का नाम देकर बहुत हद तक सफलता भी हासिल कर लिया था और जो बचा रहा उसे काग्रेस पार्टी के लोगो ने समाप्त करने की कोशिश किया क्योंकि मुगलो को सनातन धर्म व संस्कृति की श्रेष्ठता एवं वैज्ञानिक महत्ता अपाच्चय था जबकि सनातन धर्म ही एक ऐसा धर्म है जो आदिकाल से मनुष्य जीवन क लिए ज्ञान व संस्कार का सर्वश्रेष्ठ माध्यम है बाकि सब तो बस एक सम्प्रदाय है एक विचार धारा है एक जीवन शैली है इससे अधिक और कुछ भी नही। यह हम भारतीयो का दुर्भाग्य है कि जो गलतफहमी मुगल व ब्रिटिश फैला गए उसी को सभी विपक्षी पार्टी आज सह दे रही है उसी पर राजनीति कर रही है और हम है कि उनके खेल का हिस्सा बनकर हो हल्ला कर रहे है आनंद ले रहे है और हमारा मूल धर्म- सनातन धर्म विलुप्त हो रहा है जिसे अब एक बार फिर से जिंदा करने का प्रयास किया जा रहा है तो कुछ समुह के लोग धर्म की राजनीति का नाम दे रहे है।
मेरा अनुरोध है सभी सनातनियो से अब तो जागिये नही तो हमारी आने वाली पीढ़ी अपने मूल धर्म को जान ही नही पाएगी और सब लोग अपने को हिन्दु की जगह सनातनी कहना शुरू करिए क्योंकि हम सब सनातनी है हिन्दु तो हमे बनाया गया है । सरकार से मांग करिए की सरकारी कार्यो व पहचान पत्रो मे प्रत्येक जगह धर्म के कालम मे हिन्दुधर्म हटाकर सनातन धर्म करे इसके लिए यदि बड़ा आन्दोलन करने की जरूरत हो तो उसके लिए माहौल तैयार करिए जातिवाद क्षेत्रवाद से ऊपर उठिए सबको इकठ्ठा करिए जिससे हम सनातनी अपनी वास्तविक पहचान को विश्व से परिचित करवाए जिससे वर्तमान व आने वाली पीढ़ी ये गर्व से कह सके की हम सनातनी है ।।
जय हो सत्य सनातन धर्म की ।।
No comments:
Post a Comment